Heart Attack Risk: देश में हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और कम उम्र में लोग इस जानलेवा कंडीशन का शिकार हो रहे हैं. जब हमारे हार्ट तक पहुंचने वाले ऑक्सिजनेटेड ब्लड की सप्लाई बाधित होती है, तब हार्ट अटैक की कंडीशन पैदा हो जाती है. कार्डियोलॉजिस्ट की मानें तो खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी खान-पान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, स्मोकिंग और पॉल्यूशन की वजह से युवा हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. हार्ट अटैक से बचने के लिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल की सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वनीता अरोरा के मुताबिक सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. ठंड के मौसम में कम तापमान के कारण दिल को खून की सप्लाई करने वाली धमनियां सिकुड़ जाती हैं और इसका असर हार्ट पर पड़ता है. जब धमनियों में क्लॉट बन जाता है, तब हार्ट अटैक की नौबत आ जाती है. हार्ट अटैक एक मेडिकल इमरजेंसी है और तुरंत व्यक्ति को इलाज न मिले, तो जान जा सकती है. हार्ट अटैक से बचने के लिए लोगों को समय-समय पर अपने हार्ट की जांच करानी चाहिए, ताकि वक्त रहते किसी भी परेशानी का पता लगाया जा सके.
रोज करें ये काम, हार्ट अटैक का खतरा होगा कम
डॉ. वनीता अरोरा की मानें तो हार्ट अटैक से बचने के लिए सभी लोगों को हेल्दी डाइट लेनी चाहिए और समय पर सोना-जागना चाहिए. स्मोकिंग और एल्कोहल से दूरी बनानी चाहिए, ताकि हार्ट पर इसका बुरा असर न पड़े. इसके अलावा रोज सुबह 40 मिनट में 4 किलोमीटर की ब्रिस्क वॉक करनी चाहिए. ब्रिस्क वॉक में टहलने की रफ्तार नॉर्मल वॉक से ज्यादा होती है. नियमित रूप से ब्रिस्क वॉक करने से हार्ट हेल्थ बूस्ट हो जाती है और हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है. अगर आप वॉक न कर पाएं, तो कोई न कोई फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें. इससे आपकी ओवरऑल हेल्थ को भी जबरदस्त फायदे होंगे.
ठंड में बॉडी को ऐसे रखें गर्म, हार्ट हेल्थ होगी दुरुस्त
डॉक्टर की मानें तो सर्दियों में हार्ट अटैक से बचने के लिए लोगों को अपने शरीर को गर्म रखना चाहिए और गर्म फूड्स का सेवन करना चाहिए. जंक फूड्स को अवॉइड करना चाहिए. इसके अलावा जब तापमान बहुत ज्यादा हो, तब घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. अगर बाहर जाना पड़े, तो गर्म कपड़े पहनकर ही जाना चाहिए. इसके अलावा जो लोग हार्ट डिजीज की दवा लेते हैं, उन्हें समय से अपनी दवाई लेनी चाहिए. समय पर दवा न लेने से कंडीशन बिगड़ सकती है और हार्ट अटैक की नौबत आ सकती है. ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है.