Immigration: बैंकॉक की रौनक देखने के चाहत में कोई किस कदर तक जा सकता है, इसका जीता-जागता उदाहरण हाल में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर देखने को मिला है. इस शख्स ने बैंकॉक जाने की चाहत में पहले अपनी ‘नागरिकता’ बदली, फिर ‘नई नागरिकता’ पर अपनी चाहत पूरी करने की जुगत में लग गया. यह शख्स अपनी कोशिशों के बिल्कुल अंतिम पड़ाव पर ही था, तभी एक खेल हो गया और यह शख्स आईजीआई एयरपोर्ट से बैकॉक के जगह सलाखों के पीछे पहुंच गया.
एयरपोर्ट सुरक्षा से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरवन सुमनंदा के दिल में एक ही ख्वाहिश थी कि वह किसी भी तरह से बैंकॉक पहुंच जाए. बांग्लादेशी मूल के सरवन सुमनंदा अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद बैंकॉक नहीं जा पाया. सरवन के दिल में यह बात घर कर चुकी थी कि बांग्लादेशी नागरिकता की वजह से वह अपने इस सपने को पूरा नहीं कर पा रहा है. लिहाजा, उसके दिलोंदिमाग में एक नई साजिश ने पनपना शुरू हो गई और उसने मन ही मन अपनी नागरिकता बदलने का फैसला ले लिया.
एयरपोर्ट के वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि साजिश के पहले चरण को अंजाम देते हुए सरवन अपने असली पासपोर्ट पर मुंबई आ गया. मुंबई से वह महाराष्ट्र के भांडेवाड़ी शहर पहुंचा, जहां उसका बांग्लादेशी जानकार रहता था. इसी जानकार की मदद से सरवन ने गैर कानूनी तरीके से भारतीय दस्तावेज बनवाना शुरू कर दिए. कुछ ही समय में सरवन के पास भारत का आधार, पासपोर्ट सहित सभी दूसरे दस्तावेज थे. अब सरवन के पास एक नया नाम और एक नई नागरिकता थी.
मुंबई एफआरआरओ ने जारी किया एलओसी
बांग्लादेशी मूल सरवन सुमनंदा फर्जी दस्तावेजों की मदद से अब भारतीय मूल का सुमन बरुआ बन चुका था. चूंकि सरवन ने गैरकानूनी तरीके से सभी भारतीय दस्तावेज हासिल किए थे, लिहाजा उसके दिल में अभी भी पकडे जाने का डर था. लिहाजा, उसने अपने भारतीय पासपोर्ट पर बांग्लादेश की यात्रा की. किसी तरह वह इस यात्रा में सफल तो रहा, लेकिन मुबंई एयरपोर्ट के इमीग्रेशन विभाग को सरवन के गडबड़झाले की भनक लग गई. लिहाजा, मुंबई एयरपोर्ट के एफआरआरओ ने सरवन के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) जारी कर दिया था.
वहीं, सरवन को अब इस बात का पूरा भरोसा हो चुका था कि अब उसे बैंकॉक जाने से कोई नहीं रोक सकता है. बावजूद इसके उसने अपनी साजिश में थोड़ा बदलाव किया और इस बार उसने दिल्ली के रास्ते अपने सपनों के शहर बैंकॉक जाने का फैसला किया. दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने के बाद बिना किसी देरी के उसके चेकइन की प्रक्रिया पूरी हो गई. वह अपना बोर्डिंग पास और पासपोर्ट लेकर इमीग्रेशन काउंटर की तरफ बढ़ गया. इमीग्रेशन अधिकारी ने जैसे ही सरवन का पासपोर्ट स्वैप किया, उसका पूरा काला चिट्ठा खुलकर सामने आ गया.
बैंकॉक की जगह सलाखों के पीछे पहुंचा सरवन
इमीग्रेशन अधिकारी ने सरवन को हिरासत में लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस के हवाले कर दिया है. वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने आरोपी सरवन के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 468, 471 और फॉरनर एक्ट की धारा 14 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है. इस तरह, एक ही झटके में सरवन के सालों की योजना पर कुछ ही सेंकेड में पानी फिर गया और वह बैंकॉक की जगह सलाखों के पीछे पहुंच गए.