‘स्कूल का प्रिंसिपल 9वीं-10वीं में पढ़ने वाली लड़कियों को अपने ऑफिस में बुलाता था। लड़कियों को वो बैड टच करता, जबरदस्ती गोदी में बैठाता, किस करने की कोशिश करता और गले लगाता था। लड़की विरोध करती तो उसे फेल करने की धमकी देता। प्रिंसिपल की इन्हीं हरकतों से परेशान होकर एक लड़की ने 30 सितंबर को सुसाइड कर लिया।’
ये 5 पन्ने के उस लेटर का हिस्सा है, जो जींद के एक सरकारी स्कूल की 15 लड़कियों ने 2 अगस्त को महिला आयोग, PM और राष्ट्रपति को लिखा था।
जांच शुरू हुई तो स्कूल की 142 लड़कियों ने बताया कि प्रिंसिपल करतार सिंह ने उनके साथ अश्लील हरकतें कींं। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने DGP और राज्य के होम मिनिस्टर को कार्रवाई के लिए लेटर लिखा तो कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस ने 4 नवंबर को आरोपी प्रिंसिपल को मथुरा हाईवे से अरेस्ट किया। CM मनोहर लाल के आदेश पर आरोपी प्रिंसिपल को टर्मिनेट कर दिया गया।
भास्कर इस मामले की पड़ताल करने जींद में उचाना के गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल में पहुंचा तो लोगों ने बताया कि आरोपी प्रिंसिपल 2014 से बदनाम है। 2014 में वो माखंड गांव के स्कूल में था, जब बच्चियों से छेड़छाड़ की तो उसे धनोरी के स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया। धनोरी से 2016 में उचाना आया था। पढ़िए ये ग्राउंड रिपोर्ट-
15 लड़कियों ने ग्रुप बनाने के बाद लिखा था लेटर
52 साल का आरोपी प्रिंसिपल करतार सिंह 2011 में सीधी भर्ती से हेडमास्टर बना था। इससे पहले वो प्राइवेट स्कूल में गणित का टीचर था। जींद में उचाना के गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल में 2016 से वो प्रिसिंपल था। उसने अपने ऑफिस की खिड़की पर ब्लैक फिल्म लगवाई थी, जिससे ऑफिस के अंदर से बाहर के लोग तो दिखते थे, लेकिन बाहर से ऑफिस के अंदर कुछ नहीं दिखता था।
हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया, ‘करतार सिंह 9वीं और 10वीं में पढ़ने वाली लड़कियों को स्कूल की महिला टीचर बबीता के जरिए अपने ऑफिस में बुलाता था। उन्हें एग्जाम में पास करने का लालच देकर बैड टच करता, कभी गोदी में बैठाता तो कभी किस करने की कोशिश करता।’
‘कोई लड़की उसकी हरकत का विरोध करती तो एग्जाम में फेल करने की धमकी देता। फिर उनके घरवालों से शिकायत करता कि आपकी बेटी लड़कों से बात करती है, उसका अफेयर चल रहा है। ऐसा कई लड़कियों के साथ उसने किया, जिसके बाद कुछ लड़कियों के घरवालों ने उनका स्कूल जाना बंद करा दिया था।’
रेनू भाटिया ने बताया, ‘करतार सिंह की हरकतें बढ़ती जा रही थीं। फिर उससे परेशान होकर 15 लड़कियों ने ग्रुप बनाया और स्कूल के ही एक मेल टीचर से शिकायत की। उस टीचर की सलाह पर लड़कियों ने 2 अगस्त 2023 को 5 पन्नों का एक लेटर लिखा था। 12 अगस्त को हमें वो लेटर मिला, जिसके 2 दिन बाद हमने करतार सिंह के खिलाफ जांच बैठा दी।’
जींद की सोशल वर्कर की मदद से हम पीड़ित लड़कियों तक पहुंचे
पूरे मामले को समझने के लिए हम जींद के उचाना में गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल में पहुंचे। यहां लड़कियों के लिए 5 टॉयलेट बने हैं, जिनमें से 2 में दरवाजे नहीं हैं और 3 टॉयलेट के दरवाजे बंद नहीं होते। टॉयलेट में जो खिड़कियां हैं, वो इतनी नीचे हैं कि कोई भी आसानी से अंदर झांक सकता है। जिस फ्लोर पर टॉयलेट हैं, वहीं पास में ही प्रिंसिपल का भी ऑफिस है।
उचाना हरियाणा का बेहद पिछड़ा इलाका है। यहां हमें घूंघट किए महिलाएं मिलीं, जो कैमरे के सामने बात करने के लिए तैयार नहीं थीं। यही दिक्कत महिला आयोग और पुलिस के सामने भी आई, क्योंकि कोई भी लड़की या उनके घरवाले बयान देने के लिए तैयार नहीं थे।
ऐसे में हमने सोशल वर्कर सिक्किम नैन की मदद ली। सिक्किम उचाना की ही रहने वाली हैं। स्कूल में लड़कियों से छेड़छाड़ का मामला सामने आने के बाद सिक्किम ने ही सबसे पहले विक्टिम से बात की थी। सिक्किम की मदद से हम पहली विक्टिम महिमा से मिलने उनके घर पहुंचे। लड़की की पहचान छुपाने के लिए हमने उसे महिमा नाम दिया है।
महिमा के घर उनके पिता से हमारी मुलाकात हुई। उन्होंने कहा, ‘हम नहीं चाहते कि हमारे परिवार की पहचान मीडिया में आए। हम गरीब लोग हैं, ये बात फैल गई तो हमारी बेटी का जीवन बर्बाद हो जाएगा, उससे कोई शादी नहीं करेगा। हम यही चाहते हैं कि बिटिया 12वीं तक पढ़ ले, फिर उसकी शादी कर दूं।’
प्रिंसिपल मेरे प्राइवेट पार्ट छूता, पूछता बॉयफ्रेंड है क्या
काफी प्रयास के बाद महिमा से हमारी मुलाकात उनके घर से दूर एक पार्क में हुई। महिमा ने बताया, ‘प्रिंसिपल गलत तरीके से छूता था। मेरे प्राइवेट पार्ट को हाथ लगाता, पूछता था तुम्हारा बॉयफ्रेंड है क्या? मैं किन लड़कों से मिलती हूं, उनके बारे में पूछता था। वो कहता था मुझे यहां की हर लड़की की पीरियड्स की डेट पता है।’
महिमा ने आगे बताया, ‘प्रिंसिपल हमें डराता था कि अगर हम उसके खिलाफ किसी को कुछ भी बताएंगे तो वो हमारे पापा को CCTV फुटेज दिखा देगा, जिसमें हम मोबाइल चलाते दिख रहे हैं। वो हमें देखकर गलत इशारे भी करता था।’